फेश रीड‍िंग (चेहरा शास्‍त्र) एवं शरीर लक्षण

फेश रीड‍िंग एवं शरीर लक्षण ज्‍योत‍िष की वह व‍िधा है ज‍िससे व्‍यक्ति के सात्‍व‍िक व असात्‍व‍िक होने का संकेत, उसकी धर्मशील या ह‍िंसक, कामुक, आपराध‍िक प्रवृत्‍त‍ि का होने का ज्ञान प्राप्‍त क‍िया जा सकता है। 

मैने जेलों में बंद व‍िभिन्‍न अपराध को किए हुए अपराध‍ियों का अध्‍ययन, पागलखाने में बंद व्‍यक्तियों का अध्‍ययन, गंभीरता से क‍िया है। समाज के व‍िभिन्‍न श्रेण‍ियों के व्‍यक्तियों का भी अध्‍ययन करके कुछ सामान्‍य स‍िद्धांतों का व्‍यहार‍िक तौर पर सत्‍य पाया है। 

व्‍यक्ति का चेहरा नौ ग्रहों का प्रत‍िन‍िध‍ित्‍व करता है। ज‍िसमें माथा, भौं, नाक, आंख, कान, होठ, ठुड्डी, दन्‍त का अपना व‍िशेष महत्‍व है। 

स‍िर की बनावट

प्राय: आठ प्रकार के स‍िर देखने में आते हैं

1- लम्‍बा स‍िर: ऐसा स‍िर पुरुषों में कम स्‍त्र‍ियों में अधिक म‍िलता है। ऐसे लोग अपने कार्यों की सच्‍ची प्रशंसा चाहते हैं, चापलूसी नहीं।
2- छोटा स‍िर: ऐसा व्‍यक्ति केवल वर्तमान की सोचता है और स्‍वार्थपरक होता है।
3- वर्गाकार स‍िर: व्‍यवहार में सर्तक और हठी होता है। समालोचक अच्‍छा होता है, स्‍मरण शक्ति अच्‍छी होती है।
4- ऊंचा स‍िर: ऐसा व्‍यक्ति भौत‍िकवादी होता है।
5- ललाट चौड़ा है तो मस्‍त‍िष्‍क से चतुर होता है।
6- ऊंचा संकरा स‍िर
7- ऊंचा चौड़ा स‍िर
8- नीचा प्रशस्‍त स‍िर

कान

– छोटे का का व्‍यक्ति स्‍नेही होता है और भीरू होता है
– लम्‍बे कान वाला व्‍यक्ति साहसी और बुद्ध‍िमान होता है।
– अच्‍छी व सुन्‍दर आकृत‍ि के कान वाला व्‍यक्ति संगीतज्ञ और कलाकार होता है।
– कान की बनावट भद्दी हो तो पाश्‍व‍िक प्रवृत्‍त‍ि, ईर्ष्‍यालु।
– आंख के कोने के नीचे का कान अपराधी प्रवृत्‍त‍ि को बताता है।

नाक

– सुंदर नाक महानता की प्रतीक, यद‍ि ललाट उन्‍नत व कान भी सुंदर हो

– ऊंची नाक नेता की, होंठ पतले हो तो व्‍यक्ति कठोर हृदय का होता है।

– छोटी अव‍िकस‍ित नाक धूर्तता की न‍िसानी होती है। 

– चौड़े नथुनों का व्‍यक्ति व‍िश्‍वसनीय होता है। 

नेत्र

इनमें शुक्र का वास होता है व आत्‍म‍िक व‍िकास को दर्शाता है। 

– छोटे आंख का व्‍यक्ति व रंग भूरा हो तो व्‍यक्ति अव‍िश्‍वसनीय होता है। 

– बड़े नेत्र, हल्‍की रंगत का व्‍यक्ति पुरुष या स्‍त्री आत्‍म‍िक भाव वाले होते हैं। इनमे प्रेम रहता है, दयावान होते हैं। 

– काला म‍िश्र‍ित, सफेद नेत्र का व्‍यक्ति बुद्धिमान होता है।  

भौंह (भृकुट‍ि)

 

– भृकुट‍ि के बालों का रंग, स‍िर के बालों के रंग से गहरा हो तो मनुष्‍य में सशक्‍त भावनाएं व दृढ व‍िचार वाले होते हैं।
– अच्‍छे बालों वाली व दूर दूर स्‍थित‍ि भृकुट‍ि वाले म‍िलनसार होते हैं।
– झाड़ीदार भृकुट‍ि अस्‍थिर बुद्धि का स्‍वामी होता है।

होंठ

– यद‍ि होंठ बाहर न‍िकले हों तो और कसकर बंद नहीं होता हो ऐसा व्‍यक्ति झूठ बोलने और असीम इच्‍छाओं वाला होता है। 

– यदि होठों के लाल भाग में झुर्र‍ियां हों, पतले होठ हों, चिकने हों, लाल‍िमा थोड़े भाग में हो, होठ कसकर बंद होते होते है तो व्‍यक्ति नीच व धूर्त होता है। 

– यदि दोनों होठ फैले हो तो व्‍यक्ति में गंभीरता का अभाव होता है। 

– दोनों होठ नीचे की ओर झुके हो तो व्‍यक्ति मनहूस, न‍िराशावादी,ईमानदार व स्‍थिर बुद्ध‍ि वाला होता है।